In the Beginning - THE BIBLE - Part 1 Episode 1 – Full Episode

 In the Beginning - THE BIBLE  - Part 1 Episode 1 – Full Episode  - शुरुवात में -  बाइबल की किताब- भाग 1 कड़ी 1 – पूर्ण कड़ी 



सृष्टि की रचना


शुरुआत में परमेश्वर ने स्वर्ग और पृथ्वी की रचना की। पृथ्वी का कोई रूप नहीं था, वह शून्य थी और चारों ओर अंधेरा फैला हुआ था। तब परमेश्वर की आत्मा महासागरों के ऊपर घूम रही थी। परमेश्वर ने कहा, "प्रकाश हो," और प्रकाश हो गया।

इस प्रकार, आकाश, पृथ्वी, और उनकी सारी रचनाओं का निर्माण समाप्त हो गया। इसके बाद, परमेश्वर ने मनुष्य को पृथ्वी की मिट्टी से रचा और उसके नथुनों में जीवन का श्वास फूंक दिया। परमेश्वर ने पुरुष और स्त्री को अपनी समानता में बनाया।

परमेश्वर ने देखा कि उन्होंने जो कुछ बनाया था, वह बहुत अच्छा है।

 मनुष्य का पतन


प्रभु परमेश्वर ने मनुष्य को चेताया कि वह भले और बुरे के ज्ञान के वृक्ष का फल न खाएं। लेकिन सर्प ने हव्वा को धोखा दिया और उसे फल खाने के लिए प्रेरित किया। हव्वा ने फल खाया और आदम को भी खिलाया। इसके परिणामस्वरूप उनकी आंखें खुल गईं और उन्होंने अपने नग्नता को देखा और वे शर्मिंदा हुए।

परमेश्वर ने उन्हें बुलाया और पूछा कि क्या उन्होंने उस वृक्ष का फल खा लिया जिसके लिए उन्होंने मना किया था। आदम ने हव्वा को दोषी ठहराया और हव्वा ने सर्प को। इस पर परमेश्वर ने सर्प, हव्वा और आदम को दंडित किया।

दंड और निर्वासन


सर्प को पेट के बल चलने का और जीवनभर धूल खाने का श्राप मिला। हव्वा को प्रसव पीड़ा का और पति पर निर्भर रहने का श्राप मिला। आदम को श्रम करके अपनी आजीविका कमाने का और अंत में मिट्टी में मिल जाने का श्राप मिला।

इसके बाद, परमेश्वर ने आदम और हव्वा को स्वर्ग से निकाल दिया और स्वर्ग के द्वार पर करूब और चमचमाती तलवार लगाई ताकि वे जीवन के वृक्ष का फल न खा सकें।

आशा की किरण


परमेश्वर ने आश्वासन दिया कि उनके पास मनुष्य के लिए अच्छी योजनाएं हैं, योजनाएं जो भविष्य और आशा देंगी। परमेश्वर हमेशा अपने बच्चों से प्यार करता है, भले ही वे गलतियां करें, लेकिन उन्हें अपनी गलतियों का परिणाम भुगतना पड़ता है। 

यह कहानी हमें यह सिखाती है कि हमें परमेश्वर के आदेशों का पालन करना चाहिए और अपने कर्मों के लिए जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

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