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THE BIBLE EPISODE 1 / मत्ती अध्याय 1 की कहानी

 मत्ती अध्याय 1 की कहानी

नमस्कार दोस्तों! आज हम बाइबल के मत्ती के पहले अध्याय की एक अद्भुत कहानी सुनेंगे। यह कहानी हमें यीशु मसीह के जन्म की पृष्ठभूमि और उनकी वंशावली के बारे में बताती है। तो चलिए, सुनते हैं इस महान कहानी को।


 वंशावली का महत्व


यह कहानी बहुत पहले की है, जब ईश्वर ने अपने एकलौते पुत्र को धरती पर भेजने का निर्णय लिया था। लेकिन इससे पहले कि हम यीशु के जन्म की घटना पर पहुंचें, हमें उनकी वंशावली जाननी होगी। प्राचीन समय में, अब्राहम नाम के एक धर्मी पुरुष थे। अब्राहम के पुत्र इसहाक थे, और इसहाक के पुत्र याकूब थे। याकूब के बेटे का नाम यहूदा था। यहूदा से फारेस और जारह का जन्म हुआ। यह सिलसिला पीढ़ी दर पीढ़ी चलता रहा, जिसमें कई महत्वपूर्ण व्यक्तित्व हुए, जैसे कि दाऊद, सुलैमान, और यिशै।


 राजा दाऊद से यीशु तक


दाऊद, जो कि एक महान राजा थे, उनकी पीढ़ी में सुलैमान का जन्म हुआ। सुलैमान से रहबियाम, रहबियाम से अबिय्याह, और यह वंशावली आगे बढ़ती रही। इसी वंशावली में योशिय्याह नामक राजा हुए, जिनके समय में बंधुवाई की एक महत्वपूर्ण घटना घटी। योशिय्याह के बाद याकूब का जन्म हुआ, और याकूब से यूसुफ का जन्म हुआ।


यूसुफ और मरियम की कहानी


अब कहानी यहां से और भी रोमांचक हो जाती है। यूसुफ की मंगनी मरियम से हो चुकी थी, लेकिन एक दिन उन्हें पता चला कि मरियम पवित्र आत्मा से गर्भवती हैं। यह सुनकर यूसुफ चिंतित हो गए, लेकिन वे एक धर्मी पुरुष थे और मरियम को अपमानित नहीं करना चाहते थे। इसलिए उन्होंने सोच लिया कि वे मरियम को चुपचाप त्याग देंगे।


 स्वर्गदूत का संदेश


लेकिन ईश्वर की योजना कुछ और ही थी। एक रात, जब यूसुफ सो रहे थे, तब प्रभु का स्वर्गदूत स्वप्न में आया और उनसे कहा, "हे यूसुफ, दाऊद की सन्तान, अपनी पत्नी मरियम को अपने पास ले आने में मत डर, क्योंकि जो उससे जन्मा है वह पवित्र आत्मा से है।"


स्वर्गदूत ने यह भी कहा, "वह पुत्र उत्पन्न करेगी, और तू उसका नाम यीशु रखना; क्योंकि वह अपने लोगों को उनके पापों से उद्धार करेगा।"


 यीशु का जन्म


इस सपने के बाद, यूसुफ ने प्रभु की आज्ञा का पालन किया और मरियम को अपने पास ले आए। जब मरियम ने पुत्र को जन्म दिया, तब यूसुफ ने उसका नाम यीशु रखा, जैसा कि स्वर्गदूत ने कहा था।



तो दोस्तों, यह थी मत्ती अध्याय 1 की कहानी। यह हमें यह सिखाती है कि कैसे ईश्वर की योजना हमेशा हमारे जीवन में काम करती है, और हमें उसमें विश्वास रखना चाहिए। अगर आपको यह कहानी पसंद आई हो, तो कृपया लाइक करें, शेयर करें.


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